पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम तिहाड़ जेल से रिहा होने के बाद संसद पहुंचे
और कहा कि सरकार संसद में उनकी आवाज दबा नहीं सकती।
चिदंबरम 105 दिन तिहाड़ जेल में बिताने के बाद बुधवार को रिहा हुए जब उच्चतम न्यायालय से उन्हें जमानत मिल गई।
चिदंबरम ने आज संसद भवन परिसर में कांग्रेस सांसदों के साथ प्याज की कीमतों पर हुए विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि वह आज मीडिया से भी बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं वापस आकर खुश हूं। सरकार संसद में मेरी आवाज नहीं दबा सकती।
कांग्रेस सांसदों ने आज संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष प्याज की बढ़ती कीमतों के विरोध में प्रदर्शन किया जिसमें पी चिदंबरम के अलावा गौरव गोगोई, अधीर रंजन चौधरी, कुमारी शैलजा, के सुरेश, कार्ति चिदंबरम आदि ने हिस्सा लिया।
कांग्रेस सांसदों के हाथों में पोस्टर थे जिस पर लिखा था 'महंगाई पर प्याज की मार, बंद करो मोदी सरकार'। वे प्याज की कीमत कम करने के लिए कदम उठाने की मांग भी कर रहे थे। कांग्रेस सांसद अपने साथ एक टोकरी प्याज भी लेकर आए थे।
चिदंबरम सुबह बैठक शुरू होने पर सदन में आए और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने उनसे हाथ मिलाते हुए उन्हें गले लगाया। कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी उनसे हाथ मिलाया। अगली सीट पर बैठे चिदंबरम पास बैठे ए के एंटनी और आनंद शर्मा से बातचीत करते देखे गए।
गौरतलब है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा था कि सरकार ने देश में प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए हैं जिनमें इसके भंडारण से जुड़े ढांचागत मुद्दों का समाधान निकालने के उपाय शामिल हैं।
चिदंबरम के खिलाफ आईएनएक्स मीडिया भ्रष्टाचार मामले में सीबीआई ने 15 मई 2017 को केस दर्ज किया था। आरोप था कि 2007 में आईएनएक्स मीडिया समूह को विदेशों से मिली 305 करोड़ रुपये की फंडिंग के दौरान विदेशी निवेश प्रोत्साहन बोर्ड से क्लीयरेंस में अनियमितताएं बरती गईं। उस समय चिदंबरम देश के वित्त मंत्री थे। ईडी ने इसके बाद काला धन सफेद करने के आरोप में केस दर्ज किया था